tag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post4092408215068983915..comments2013-07-29T08:44:38.698-07:00Comments on स्नील शेखर: सीता की पीड़ाSniel Shekharhttp://www.blogger.com/profile/04714137670243414768noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-77349120463702244602012-09-12T00:20:42.241-07:002012-09-12T00:20:42.241-07:00गहन भाव लिए मन को छूती पोस्ट गहन भाव लिए मन को छूती पोस्ट सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-1059121768457472782012-09-11T22:05:32.303-07:002012-09-11T22:05:32.303-07:00http://vyakhyaa.blogspot.in/2012/09/blog-post_12.h...http://vyakhyaa.blogspot.in/2012/09/blog-post_12.htmlरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-15712853483055579312012-09-10T09:07:18.190-07:002012-09-10T09:07:18.190-07:00बहुत ही गहन मर्मस्पर्शी बहुत ही गहन मर्मस्पर्शी रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-53472847732197285032012-08-07T03:06:53.425-07:002012-08-07T03:06:53.425-07:00बहुत गहन भाव संजोये सुन्दर प्रस्तुति..बहुत गहन भाव संजोये सुन्दर प्रस्तुति..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-36722460170364573972012-08-06T20:32:26.264-07:002012-08-06T20:32:26.264-07:00आपकी रचनात्मक प्रतिक्रिया के लिए धनयवाद
परन्तु मैं...आपकी रचनात्मक प्रतिक्रिया के लिए धनयवाद<br />परन्तु मैं आपकी बात से सहमत नहीं हूँ<br />हमारे पुरुष प्रधान समाज की सबसे बड़ी समस्या है की हम पुरुष को स्त्री के अस्तित्व का पूरक मानते हैं, परन्तु मेरा मानना है की स्त्री स्वयं में एक शक्तिशाली अस्तित्व है सीता को राम से सदैव जोड़ना मेरे विचार मैं उचित नहीं है. और, राम दोषी हैं या नहीं यह एक सापेक्ष और व्यक्तिगत विचार है.. जिस प्रकार से हमारे वरिष्ठ रचनाकार इसको मतिभ्रम मानते हैं उसी प्रकार से मैं इसको आधुनिकतम और आक्रामक सोच. परन्तु मैं आपकी टिपण्णी का आभारी हूँ,आपकी रचनाएँ पढ़ी, अच्छा लगा.. लिखते रहें.. आपके ब्लॉग पर शीघ्र आऊंगा.. धन्यवाद् <br /><br />स्नील शेखरSniel Shekharhttps://www.blogger.com/profile/04714137670243414768noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-6019545735776596022012-08-06T10:41:22.767-07:002012-08-06T10:41:22.767-07:00♥
प्रिय बंधुवर स्नील शेखर जी
सस्नेहाभिवादन ...<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />♥</a></b><br /><b> </b><br /><br /><b><i> प्रिय बंधुवर स्नील शेखर जी </i></b> <br />सस्नेहाभिवादन !<br /><br />नेट-भ्रमण करते शायद पहली बार आपके यहां पहुंचा हूं … अच्छा लगा । <br />सुंदर ब्लॉग … रचनाएं भी अच्छी है … <br /><br />भावनाओं की अच्छी अभिव्यक्ति है प्रस्तुत रचना में भी … लेकिन , भावों की तारतम्यता कुछ नहीं जमी <b> </b><br />इस प्रकार की एक कविता पर हमारे एक वरिष्ठ रचनाकार ने सीता को राम से अलग देखने को ही अनुचित माना था और राम को दोषी कहने को मतिभ्रम ! <b> </b><br /><br />आशा है, बात को सकारात्मक ही लेंगे …<br /><br /><b>मंगलकामनाओं सहित… </b> <br />-राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-28686570123311575872012-08-01T23:41:57.549-07:002012-08-01T23:41:57.549-07:00प्रोत्साहन के लिए आप सभी का धन्यवादप्रोत्साहन के लिए आप सभी का धन्यवादSniel Shekharhttps://www.blogger.com/profile/04714137670243414768noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-10591523380622715722012-08-01T09:02:50.651-07:002012-08-01T09:02:50.651-07:00बहुत गहरे भाव से सीता के दर्द को व्यक्त किया है..
...बहुत गहरे भाव से सीता के दर्द को व्यक्त किया है..<br />उत्कृष्ट भाव लिए रचना...मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-60387151228358445202012-08-01T04:12:20.089-07:002012-08-01T04:12:20.089-07:00क्या कहूँ......
महसूस कर रही हूँ पीड़ा को....
उत्कृ...क्या कहूँ......<br />महसूस कर रही हूँ पीड़ा को....<br />उत्कृष्ट रचना..<br /><br />अनुANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-11211387100602798852012-07-31T09:46:59.610-07:002012-07-31T09:46:59.610-07:00गहन रचना..गहन रचना..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1853642162003240255.post-30813097441267209972012-07-30T23:47:45.855-07:002012-07-30T23:47:45.855-07:00सच कहा ..आर्थक रचना..बहुत सुन्दर..सच कहा ..आर्थक रचना..बहुत सुन्दर..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.com